मुंगेर।
डीएम ने किया अगहनी धान के फसल कटनी प्रयोग का निरीक्षण,
फसल कटनी प्रयोग उपज दर के अनुमान लगाने की एक वैज्ञानिक पद्धति है : आनंद प्रकाश,
जिला पदाधिकारी अवनीश कुमार सिंह ने जमालपुर प्रखंड के रामनगर ग्राम पंचायत के भागीचक गांव (थाना संख्या 208) में अगहनी धान के फसल कटनी प्रयोग का निरीक्षण किया। 10 मीटर गुणा 5 मीटर के प्रयोगात्मक खंड में काटी गई फसल धान का पिटनी और ओसौनी के बाद 34 किलो 750 ग्राम वजन तौला गया, जिस पर जिला पदाधिकारी ने प्रसन्नता व्यक्त की है। निरीक्षण के दौरान जिला सांख्यिकी पदाधिकारी आनंद प्रकाश, जिला कृषि पदाधिकारी बृज किशोर, सहायक सांख्यिकी पदाधिकारी राजेश कुमार, सहायक निदेशक सह अनुमंडल कृषि पदाधिकारी हिमांशु शेखर, प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रभात रंजन, अंचल अधिकारी विवेक आनंद, कृषि समन्वयक अविनाश कुमार, किसान सलाहकार नीरज कुमार निराला, मुखिया प्रतिनिधि घोष यादव, पैक्स प्रतिनिधि शिव शंकर दयाल सहित स्थानीय मीडिया कर्मी थे।
अर्थ एवं सांख्यिकी निदेशालय, योजना एवं विकास विभाग, बिहार द्वारा बिहार राज्य फसल सहायता योजना अंतर्गत कृषि वर्ष 2024-25 के अधिसूचित एवं बीमित फसलों का फसल कटनी प्रयोग संपादित करवाया जा रहा है। जिला सांख्यिकी कार्यालय द्वारा रामनगर पंचायत में अगहनी धान के कटनी प्रयोग के तहत प्राथमिक कार्यकर्ता श्री रामप्रवेश कुमार, प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी, जमालपुर को यह प्रयोग आवंटित किया गया था, जिन्होंने इस फसल कटनी प्रयोग का संपादन जिला पदाधिकारी की देख-देख में किया।
जिला पदाधिकारी ने फसल कटनी प्रयोग की पूरी प्रक्रिया का बारीकी से निरीक्षण किया और प्रत्येक चरण के बारे में प्रयोगकर्ता एवं जिला सांख्यिकी पदाधिकारी से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने धान में नमी की मात्रा एवं इसके सुखवन प्रयोग के संपादन के संबंध में भी जानकारी ली।
जिला पदाधिकारी ने फसल कटनी प्रयोग के महत्व को बारे में बताया कि इससे एक ओर जहां फसलों की औसत उत्पादकता ज्ञात होती है, वहीं दूसरी ओर इसके आधार पर अधिसूचित एवं बीमित फसलों हेतु फसल क्षतिपूर्ति का निर्धारण सहकारिता विभाग, बिहार द्वारा किया जाता है। केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा इसके आंकड़ों का प्रयोग कृषि संबंधित नीतियों को तय करने में भी किया जाता है। फसल कटनी प्रयोग से प्राप्त उपज दर से राज्य आय में कृषि के अंश का भी पता चलता है।
विदित हो कि भदई मक्का, गन्ना और अगहनी धान के साथ रब्बी गेहूं और मकई का भी पंचायत स्तरीय फसल कटनी आयोजित किया जाता है, जिसके तहत प्रत्येक पंचायत में 5 फसल कटनी प्रयोग संपादित किया जाता है।
जिला सांख्यिकी पदाधिकारी ने बताया कि फसल कटनी प्रयोग उपज दर के अनुमान लगाने की एक वैज्ञानिक पद्धति है तथा कटनी प्रयोग का विधिवत किया जाना शुद्ध शुद्ध उत्पादकता के अनुमान लगाने के लिए अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए फसल कटनी प्रयोगों की विभिन्न प्रक्रियाओं का निरीक्षण जिला स्तरीय, अनुमंडल स्तरीय एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों द्वारा किया जाता है। जिला पदाधिकारी ने इसी क्रम में जमालपुर प्रखंड के रामनगर ग्राम पंचायत में फसल कटनी प्रयोग का निरीक्षण किया।
फसल कटनी प्रयोग के लिए खसरा/कीता संख्या 6 पर स्थित रामनगर पंचायत स्थित भागीचक ग्राम के किसान दीपक कुमार के खेत का चयन किया गया था। फसल कटनी प्रयोग के दौरान रैंडम तालिका के आधार पर खेत में 10 मीटर लंबाई एवं 5 मीटर चौड़ाई के आयताकार खंड को चिन्हित कर उक्त खंड की सीमा पर या उसके अंदर पड़ने वाले अगहनी धान की फसल की कटनी कराई गई।
जिलाधिकारी ने स्वयं अपने हाथों में हंसुआ पकड़कर फसल काटना प्रारंभ किया और तत्पश्चात मजदूरों द्वारा चिन्हित क्षेत्र के अंदर स्थित फसल की कटनी की गई। कटनी प्रयोग का जीपीएस फोटो एवं डाटा सीसीई ऐप पर अपलोड किया गया। विदित हो कि प्रत्येक फसल कटनी प्रयोग का फोटो एवं डाटा क्रॉप कटिंग एक्सपेरिमेंट ऐप पर अपलोड किया जाना अनिवार्य है, जिसमें खेत का जीपीएस लोकेशन भी दर्ज होता है।
जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा उचित प्रभेद के बीजों के चयन एवं खाद के प्रयोग के संबंध में भी किसानों को जानकारी दी गई। उन्होंने विभिन्न प्रभेद के बीजों को लगाने का सही समय भी किसानों को बताया। उन्होंने कहा कि खेत में नमी मौजूद है और इसमें रब्बी फसल का उत्पादन अच्छा होगा।
चयनित खेत में धान की मुग्धा किस्म का उत्पादन किया गया था। धान के दाने पुष्ट एवं लंबे थे। खेत में पर्याप्त नमी थी। फसल कटनी के बाद पिटनी एवं दौनी का कार्य किया गया, जिससे प्राप्त धान के दाने की तौल की गई। 50 वर्ग मीटर क्षेत्र में कटनी किए गए धान के दाने का वजन इलेक्ट्रॉनिक तराजू पर 34.750 किलोग्राम तौला गया। प्राप्त उपज के आधार पर प्रति हेक्टेयर धान की उत्पादकता 69.50 क्विंटल आंकी गई, जिसे बेहतर उत्पादकता है।
किसानों के अनुमान की तुलना में ज्यादा उत्पादन फसल कटनी प्रयोग के दौरान प्राप्त हुआ। जिला कृषि पदाधिकारी ने किस से प्रयुक्त खाद कीटनाशक वर्मी कंपोस्ट इत्यादि के संबंध में जानकारी ली। इस वर्ष फसल अच्छी है और मुंगेर जिले में सहकारिता विभाग द्वारा भी धान की अधिप्राप्ति की जा रही है।
स्थानीय किसान लाल बहादुर यादव, प्रकाश यादव, पप्पू यादव, संतोष यादव, रितेश यादव, पंकज यादव, श्री रोहित यादव इत्यादि उपस्थित थे।