उर्वरक की कालाबाजारी के रोकथाम हेतु नियमित छापेमारी करने का निदेश दिया गया। उन्होंने कहा कि कृषि यांत्रिकीकरण योजना एवं आत्मा योजना अन्तर्गत प्रखंड स्तर पर मेला का आयोजन करें, ताकि किसानों एवं अन्य लाभुकों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके : डीएम
उर्वरक की कालाबाजारी के रोकथाम हेतु नियमित छापेमारी करने का निदेश दिया गया। उन्होंने कहा कि कृषि यांत्रिकीकरण योजना एवं आत्मा योजना अन्तर्गत प्रखंड स्तर पर मेला का आयोजन करें, ताकि किसानों एवं अन्य लाभुकों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके। उपरोक्त बातें जिला पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह ने कहीं। वे समाहरणालय संवाद कक्ष में जिला स्तरीय कृषि टॉस्क फोर्स की बैठक मैं बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि खरीफ फसलों पर विशेष निगरानी रखने एवं किसानों को तकनीकी सलाह नियमित रूप से देने का भी निदेश दिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि मिट्टी के नमूनों का भी ससमय विश्लेषण कर मृदा स्वास्थ्य कार्ड किसानों के बीच वितरण करें, ताकि किसानों को मृदा स्वस्थ कार्ड का भी ससमय लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि फसलों के सिंचाई हेतु आवश्यकतानुसार डीजल अनुदान से भी अधिक से अधिक किसानों को लाभ दिलाने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करने का निदेश दिया। जिला गव्य विकास पदाधिकारी, मुंगेर को दुधारू पशुओं के योजनाओं का विस्तार करने हेतु जिले के सुदूर क्षेत्र के किसानों को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाने की बात कही गई है।
जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि खरीफ 2024 मेें अब तक जिले मे 99.14 प्रतिशत फसल आच्छादन हो गया है। वर्तमान में जिले में उर्वरक पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है, फिलहाल कोई कमी नहीं है।
बैठक मेें जिला प्रबंधक, नाबार्ड, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक, कृषि विज्ञान केंद्र, मुंगेर के वैज्ञानिक, सहायक निदेशक, रसायन, सहायक निदेशक, भूमी संरक्षण, सहायक निदेशक, कृषि अभियंत्रण, सहायक निदेशक, पौधा संरक्षण, जिला गव्य पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, सहकारिता पदाधिकारी, अभियंता, लघु सिंचाई, जीविका के प्रतिनिधि एवं अन्य थे।