मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विश्वेश्वरैया भवन के
जीर्णोद्धार एवं पुनर्विकास कार्य के अंतर्गत जी प्लस 7 भवन के शिलापट्ट का अनावरण एवं फीता काटकर उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने विश्वेश्वरैया भवन के प्रांगण में भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया जी की पुनस्थापित मूर्ति का अनावरण कर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
विश्वेश्वरैया भवन का किया निरीक्षण :-
मुख्यमंत्री ने विश्वेश्वरैया भवन का निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने विश्वेश्वरैया भवन के छठे तल पर स्थित भवन निर्माण विभाग एवं सातवें तल पर स्थित पथ निर्माण विभाग का निरीक्षण कर अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली। भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने साइट प्लान के माध्यम से विश्वेश्वरैया भवन के जीर्णोद्धार एवं पुनर्विकास कार्य, बेसमेंट पार्किंग, लाइटिंग आदि के संबंध में मुख्यमंत्री को जानकारी दी। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि बेसमेंट पार्किंग में दो सौ से ज्यादा वाहनों को पार्क करने की सुविधा उपलब्ध है। विश्वेश्वरैया भवन के छठे तल पर स्थित कॉन्फ्रेंस सह लाइब्रेरी हॉल में प्रस्तुतीकरण के माध्यम से हाई राइज बिल्डिंग के निर्माण संबंधी ‘डिजाइन यूनिट’ के विषय में भवन निर्माण विभाग द्वारा मुख्यमंत्री को जानकारी दी गयी। प्रस्तुतीकरण में बेनिफिट्स ऑफ डिजाइन यूनिट, बीम, कॉलम, स्ट्रक्चरल मॉडल विथ ऑल लोडिंग, सॉफ्टवेयर बेस्ड एनालिसिस, मैनुअल बेस्ड एनालिसिस, एनालिसिस रिजल्ट आदि के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी गयी। मुख्यमंत्री ने विश्वेश्वरैया भवन के छठे तल पर डिजाइन यूनिट के शिलापट्ट का अनावरण कर उद्घाटन किया।
अधिकारियों को दिया निर्देश :-
मुख्यमंत्री ने विश्वेश्वरैया भवन के जीर्णोद्धार एवं पुनर्विकास कार्य के अंतर्गत जी प्लस 7 भवन के ऊपरी तल पहुंचकर आसपास के इलाकों का अवलोकन भी किया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि इस पूरे भवन की नियमित रूप से साफ-सफाई हो और ठीक ढंग से मेनटेन रहे, इसका विशेष रूप से ख्याल रखें। भवन के सबसे ऊपरी तल पर सोलर प्लेट अवश्य लगायें। यह भवन काफी सुंदर और भव्य बन गया है, जिसमें कई महत्वपूर्ण विभाग संचालित है। अब यहां के लोगों को काम करने में काफी सहूलियत मिलेगी। मुख्यमंत्री ने विश्वेश्वरैया भवन के प्रांगण का निरीक्षण कर पुराने भवन की स्थिति का भी जायजा लिया।