जिले के जमालपुर नगर परिषद की सफाई व्यवस्था को मानो लगता है ग्रहण लग गया हो। जमालपुर सदर बाजार क्षेत्र में फैला कूड़ा, स्वच्छता ही सेवा 2024 को आइना दिखा रहा है। शहर में गंदगी से भरे पड़े नाले व सड़क किनारे बिखरे कूड़ा खुद-ब-खुद हकीकत बयां कर रहा हैं।
पूरे शहर में पर्व त्यौहार का मौसम चल रहा है नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है , शहर की सफाई व्यवस्था सुधारने का नाम नहीं ले रही है।
जमालपुर नगर परिषद के द्वारा तीन माह पूर्व ही शहर के सभी सीमेंटेड कूड़ा स्थल को तोड़वा दिया गया। कूड़ा स्थल नहीं होने के कारण आम लोग सड़क पर ही कचरा फेंक रहे हैं। जिसके कारण सदर बाजार क्षेत्र के मुख्य बाजार व वार्डों की सड़क बनती जा रही है कूड़ेदान। प्रत्येक घर से सीटी बजाकर कूड़े उठाने की व्यवस्था अब सिर्फ खानापूर्ति रह गई है। नप प्रशासन के सफाई व्यवस्था की दावे की पोल खुलती जा रही है। सिर्फ सदर बाजार क्षेत्र में ही दर्जनों जगह गंदगी एवं कूड़े का अंबार सड़कों पर पसरा हुआ है। सदर बाजार क्षेत्र में वार्ड संख्या 12 के निवासी राजन यादव एवं प्रेम कुमार ने बताया कि ताराचंद गली, रोटी गली, न्यू मारवाड़ी पट्टी गली एवं अवंतिका रोड में हमेशा कूड़े का अंबार सड़कों पर पड़ा रहता है, क्योंकि नगर परिषद ने कूड़ेदानी को तोड़ दिया है। लोग सड़कों पर ही कूड़े फेंक देते हैं।
वार्ड संख्या 18 के निवासी मोहम्मद आरिफ, मनोज विश्वकर्मा एवं माला देवी ने बताया कि नवरात्रि के समय में भी टिप टॉप गली स्थित एक नंबर काली से मात्र 10 कदम की दूरी पर आर्य समाज स्कूल के बाहर सड़कों पर ही कूड़े का ढेर लगा हुआ है इसके अलावा कन्या मध्य विद्यालय एवं दयानंद कन्या उच्च विद्यालय के बाहर भी सड़कों पर हमेशा कूड़ा का अंबार लगा रहता है।
वार्ड पार्षद साईं शंकर ने कहा कि जमालपुर नगर परिषद के द्वारा पिछले सप्ताह ही स्वच्छता ही सेवा 2024 के नाम पर 15 दिनों का सफाई पखवाड़ा चलाया गया। नगर परिषद से जुड़े पदाधिकारी के द्वारा सिर्फ फोटो खिंचाई कर खाना पूर्ति किया गया। स्वच्छता मिशन के नाम पर करोड़ों रुपया का फंड आने के बावजूद भी जमीनी स्तर पर स्वच्छता के नाम पर कोई कार्य नहीं दिख रहा है, और आम नागरिक गंदगी में रहने के लिए विवश है।