उर्दू भाषा के फरोग के लिए उर्दू निदेशालय (मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग) बिहार पटना के निर्देश पर उर्दू भाषी विद्यार्थी प्रोत्साहन राज्य योजना 2024-25 के अंतर्गत जिला उर्दू भाषा कोषांग के तत्वाधान में आयोजित वाद विवाद प्रतियोगिता का संग्रहालय सभागार में जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह ने दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया। इस अवसर पर जिले के सभी प्रखंडों के विभिन्न विद्यालयों, महाविद्यालयों के उर्दू भाषी मैट्रिक, इण्टर तथा स्नातक स्तर के एक सौ से अधिक विद्यार्थी शामिल हुए।
जिलाधिकारी ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन से उर्दू भाषी बच्चों में एक ऊर्जा का संचार होता है, जिसके माध्यम से वे उर्दू के फरोग के लिए प्रेरित होते हैं। उन्होंने उपस्थित सभी बच्चों की हौसला अफजाई की एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि उर्दू तहजीब की भाषा है। यह गंगा जमुनी संस्कृति की पहचान है। इस भाषा को बिहार में दूसरी सरकारी भाषा होने का गौरव प्राप्त है। इस स्थिति में हम सभी का दायित्व है कि उर्दू सीखने व सिखाने के लिए आगे आएं। उर्दू वह भाषा है जो हमारी संस्कृति से जुड़ी है। उन्होंने कहा कि भाषा कोई भी हो इसे किसी सीमा या धर्म के आईने से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। इस आयोजन के लिए जिलाधिकारी ने आयोजनकर्ता को बधाई भी दी।
प्रतियोगिता का विषय मैट्रिक स्तर के लिए तालीम की अहमियत, शराब सभी बुराइयों की जड़, सड़क सुरक्षा, नज़्म और रुबाई था, जबकि इंटर स्तर के लिए उर्दू जबान की अहमियत, स्वच्छता का महत्व, क़ौमी एकता व स्नातक स्तर के लिए उर्दू गजल की लोकप्रियता, बिहार में उर्दू सहाफ़त, उर्दू शायरी और समाज पर सभी प्रतिभागियों ने अपने अपने वक्तव्य दिए। जिसमें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। साथ ही इनामी नगद राशि आरटीजीएस के माध्यम से भुगतान की जा रही है। मैट्रिक, इंटर एवं स्नातक स्तर से प्रथम स्थान पर एक प्रतिभागी रहे, जबकि द्वितीय स्थान पर तीन एवं तृतीय स्थान पर चार कुल 24 प्रतिभागियों ने सफलता प्राप्त की।
स्नातक स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को नकद पुरस्कार 6500 रुपए/-, द्वितीय स्थान प्राप्त प्रतिभागियों को -₹5500 एवं तृतीय स्थान प्राप्त प्रतिभागियों को ₹4500 रुपए भुगतान किया गया। इंटर स्तरीय प्रथम स्थान वाले प्रतिभागी को ₹5500, द्वितीय ₹4500 तृतीय ₹3500 रुपए की राशि पुरस्कार स्वरूप दिया गया।जबकि मैट्रिक स्तरीय प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी को ₹4500, द्वितीय ₹3500 एवं तृतीय ₹2500 का भुगतान किया गया। प्रतियोगिता के निर्णायक मंडली में प्रोफ़ेसर जैन शम्सी, डॉक्टर आसिफ़ अली व रईस नुरेजा ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रतियोगिता के समापन के अवसर पर प्रभारी पदाधिकारी उर्दू भाषा कोषांग जमुई ने उपस्थित सभी प्रतिभागियों, उपस्थित सभी उर्दू प्रेमियों सहित उर्दू सेल के सभी कर्मियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। मंच का संचालन मो० मेराज उर्दू अनुवादक उर्दू भाषा कोषांग जमुई के द्वारा किया गया।
इस अवसर पर अपर समाहर्ता मनोज कुमार, ज़िला अकलियती फ़लाह ऑफिसर आर के दीपक, प्रभारी पदाधिकारी जिला उर्दू कोषांग मुंगेर जावेद अख़्तर, ज़िला औकाफ़ कमिटी मुंगेर के अध्यक्ष अब्दुल्ला बुख़ारी, डॉ. एकवाल हसन आज़ाद, इक़बाल अहमद इक़बाल, मुहम्मद जिम्मी, दरखश हासिम, एहतशाम आलम, ज़फ़र अहमद सहित अन्य थे।