Kharagpur News गांव में पहली बार बनारसी शैली की गंगा आरती जैसी महाआरती
भक्ति, संस्कृति और आस्था का संगम बना दुर्गा मंदिर परिसर

हवेली खड़गपुर प्रखंड के तेघड़ा गांव ने इस नवरात्रि पर भक्ति और संस्कृति का अनूठा संगम देखा। यहां दुर्गा मंदिर परिसर में महाअष्टमी की संध्या पर बनारस और काशी की परंपरा को जीवंत करते हुए भव्य गंगा आरती शैली की महाआरती का आयोजन हुआ।
काशी से विशेष रूप से आए पांच विद्वान पंडितों ने शंखनाद, मंत्रोच्चारण और घंटियों की गूंज के बीच मां दुर्गा की महाआरती कराई। मंदिर प्रांगण “जय माता दी” के उद्घोषों से गुंजायमान हो उठा। भक्तगण भावविभोर होकर आरती में डूब गए और पूरे वातावरण में आध्यात्मिक सुकून फैल गया।
महाआरती के दौरान महिलाओं, पुरुषों और बच्चों की भारी भीड़ उमड़ी। श्रद्धालुओं ने बताया कि इस तरह का दिव्य आयोजन पहली बार गांव में देखने को मिला, जिससे उन्हें काशी के घाटों जैसा अनुभव प्राप्त हुआ। पूजा समिति ने घोषणा की कि नवमी की संध्या पर भी गंगा आरती का भव्य आयोजन होगा।
इस विशेष आयोजन में बरूई पंचायत के मुखिया जितेंद्र बिंद, पूर्व मुखिया रंजन बिंद, पंचायत समिति सदस्य मनजीत कुमार, अभिमन्यु यादव सहित कई जनप्रतिनिधि और गणमान्य लोग मौजूद रहे। दिव्य दुर्गा पूजा फाउंडेशन के कार्यकर्ता पूरी तत्परता से आयोजन में जुटे रहे।
तेघड़ा गांव की यह महाआरती न सिर्फ श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक अनुभव बनी, बल्कि इसने स्थानीय स्तर पर सांस्कृतिक पर्यटन की नई संभावना भी जगाई।