आयुक्त ने की प्रमंडलीय समीक्षा बैठक, योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर,

प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय, मुंगेर प्रमंडल द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया गया कि आयुक्त अवनीश कुमार सिंह, . की अध्यक्षता में प्रमंडल अंतर्गत सभी जिला पदाधिकारी, उप विकास आयुक्त एवं अनुमंडल पदाधिकारियों के साथ विस्तृत समीक्षा बैठक की गई। बैठक में विभिन्न विभागीय योजनाओं, न्यायालयीन कार्यों, राजस्व संग्रहण एवं जनकल्याण से जुड़े बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई।
आयुक्त ने सभी स्तरों पर कोर्ट की नियमित सुनवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। अनुमंडल पदाधिकारी को प्रति सप्ताह कम से कम दो दिन तथा बीसीएलआर को कम से कम पाँच दिन न्यायालय चलाने का निर्देश दिया गया। उन्होंने स्वयं बीसीएलआर न्यायालयों का निरीक्षण करने की बात कही। साथ ही स्पष्ट किया कि प्रति माह जितने वाद दायर हों, कम से कम उतने मामलों का निस्तारण अवश्य किया जाए। अपर समाहर्ता स्तर पर भी न्यायालय की नियमित सुनवाई पर बल दिया गया।
माननीय मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा के दौरान घोषित योजनाओं के समयबद्ध क्रियान्वयन के लिए लगातार समीक्षा करने के निर्देश दिए गए। पर्यटन विभाग की संचालित योजनाओं में भी तेजी लाने का आग्रह किया गया।
शनिवारिय जनता दरबार को प्रभावी बनाने हेतु थाना अध्यक्ष की यथासंभव उपस्थिति, वादों के समय पर निष्पादन एवं पोर्टल पर नियमित प्रविष्टि करने के निर्देश दिए गए। सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को इसके नियमित निरीक्षण के लिए भी कहा गया।
नीलम पत्र वादों की समीक्षा प्रति 15 दिन पर करने, नए पदाधिकारियों को प्रशिक्षण देने, तथा प्रत्येक नीलम पत्र पदाधिकारी द्वारा एक माह में न्यूनतम 10 मामलों की सुनवाई या ₹5 लाख की वसूली सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। पुराने लंबित मामलों का शीघ्र निस्तारण भी आवश्यक बताया गया।
राजस्व संग्रहण को बढ़ाने के लिए विद्युत विभाग, खनन विभाग, नगर पालिका सहित अन्य विभागों के आंतरिक संग्रहण की नियमित समीक्षा और वार्षिक लक्ष्य प्राप्ति हेतु अधिकतम प्रयास करने को कहा गया।
बैठक में सभी अनुमंडल पदाधिकारियों एवं प्रखंड स्तरीय अधिकारियों को समय से कार्यालय व ब्लॉक में उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए। साथ ही बीडीओ/सीओ के नीलम पत्र वादों की समीक्षा करते हुए कार्यों को प्रभावी ढंग से संपन्न कराने पर बल दिया गया।
आवासीय विद्यालयों के निरीक्षण कर एक सप्ताह के भीतर प्रतिवेदन उपलब्ध कराने तथा पाई गई कमियों का तुरंत निराकरण कराने का निर्देश दिया गया। मद्य निषेध के अंतर्गत नियमित छापेमारी, मामलों के त्वरित निस्तारण तथा विनष्टीकरण की प्रक्रिया में तेजी लाने पर भी विशेष जोर दिया गया।
बैठक में जिला पदाधिकारी बेगूसराय एवं जिला पदाधिकारी मुंगेर ने अपने महत्वपूर्ण सुझाव प्रस्तुत किए, जिन पर आयुक्त महोदय ने संतोष व्यक्त किया।
यह समीक्षा बैठक विकास कार्यों की गति बढ़ाने, प्रशासनिक दक्षता सुनिश्चित करने तथा जनहित से जुड़े मामलों के प्रभावी निष्पादन की दृष्टि से महत्वपूर्ण रही।




